Friday, September 7, 2012

ॐ साईं श्री साईं



ॐ साईं श्री साईं ॐ श्री साईं 
नहीं जग के सामानों की चाह मुझको 
बस अपनी प्रेमाभक्ति का दान दे दो 
हर पल हृदय में साईनाथ करूँ तुम्हारा दर्शन 
अपने दास को साईंनाथ यह वरदान दे दो 
श्री साईं कृपा सदैव हम सब पर बनी रहे

श्री साई सच्चरित्र



श्री साई सच्चरित्र

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श्री साई सच्चरित्र अध्याय 1

श्री साई सच्चरित्र अध्याय 2


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Sai Aartian साईं आरतीयाँ