ॐ साईं श्री साईं ॐ श्री साईं
नहीं जग के सामानों की चाह मुझको
बस अपनी प्रेमाभक्ति का दान दे दो
हर पल हृदय में साईनाथ करूँ तुम्हारा दर्शन
अपने दास को साईंनाथ यह वरदान दे दो
श्री साईं कृपा सदैव हम सब पर बनी रहे
आओ मिलकर पढ़ें और साथ जुड़ें !
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