Thursday, December 30, 2010

श्री साईं सच्चरित्र संदेश,

"तुम्हें अपने शुभ अशुभ कर्मो का फल अवश्य ही भोगना चाहिए I यदि भोग अपूर्ण रह गया तो  पुनजन्म धारण करना पड़ेगा, इसलिये मृत्यु से यह श्रेयस्कर है कि कुछ काल तक उन्हें सहन कर पूर्व जन्मों के कर्मों का भोग समाप्त कर सदेव के लिये मुक्त हो जाओ" I

Saturday, December 25, 2010

श्री साईं सच्चरित्र संदेश,

"बाबा लीलावतार थे जो दिनोद्वार, दुष्ट निशाचरों के वध और भक्तो की दुर्वासनाओ को नष्ट करने के लिए प्रकट हुए थे"I

Friday, December 17, 2010

ॐ साईं राम,

"तुच्छ लगे संसार जब,मन साईं में आये,
साईं बाबा प्रेम में,भक्तन मन रंग जाये"

Monday, December 13, 2010

ॐ साईं राम,

"साईं की लीला सुने,कर साईं का ध्यान,
भगति सद्गुरु साईं की,त्याग सकल अभिमान"
"साईं राम मेरा सत्य गुरु"

Saturday, December 11, 2010

Sri Paramahansa Yogananda

किसी भी परिस्थिति में दूसरों को यह मौक़ा न दें कि वह आपको इतना क्रोधित कर सके कि आप कुछ ऐसा कर बैठें कि बाद में पश्चाताप करना पड़े। बहुत से लोग जो क्रोध में अपना नियंत्रण खो बैठते है वे बाद में पछताते हैं कि उन्होंने क्या कर दिया| जो व्यक्ति अपने संवेगों पर नियंत्रण नहीं रख पाते, वे स्वयं के सबसे बड़े शत्रु हैं| जब आपको कोई पागल (क्रोधित) कर देता है इसका अर्थ यह है कि आपके अंदर की कोई ईच्छा अवरोधित हो रही है, अन्यथा कोई भी आपको क्रोधित नहीं कर सकता|

Thursday, December 9, 2010

श्री साईं सच्चरित्र संदेश,

"मूर्ति, वेदी, अग्नि, प्रकाश, सूर्य, जल और द्विज (ब्रह्मण) आदि सप्त पवित्र उपासना की वस्तुएं होते हुए भी गुरु की  उपासना ही इन सभी में श्रेष्ट है,इसलिए अनन्य भाव से उनका पूजन करें"I

Saturday, December 4, 2010

ॐ सांई राम

ॐ सांई राम

आओ  आओ  साईंनाथ
आओ  आओ  हे  जगन्नाथ
आओ  आओ  साईंनाथ
दर्शन  के  लिए  तरस  रहे  है
नयन  हमारे  ओ  साईं
दर्ष  दिखाओ  दया  के  सागर
आओ  शंकर  हे  परमेश्वर


Please come, Sai, Lord of the Universe, our eyes are eager to see Your divine form. O Lord Shankara, the ocean of compassion, grant us Your vision.


आओ  आओ  साईंनाथ
आओ  आओ  साईं  प्यारे
कीर्तन  करू   मैं साईं  तुम्हारे
आओ  आओ  साईं  प्यारे
तुम  हो  मेरे  नयनो  के  तारे
दर्शन  दो  जीवन  के  सहारे 


Please come, beloved Sai, let me sing your glory.
O Supreme Lord, You are the support of my life and the
shining star of my eyes.

 

आओ  गोपाला  गिरिधारी
आओ  आओ  अंतर्यामी
आओ  आओ  आनंदा  साईं
आओ  गोपाला  गिरिधारी
आओ  आओ  आत्मानिवासी
आओ  आओ  शांति  निवासी


Come, O Gopala! You held up the mountain Govardhana
to save Your devotees. We welcome You the indweller of our
hearts. Lord Sai, You reside in the abode of peace and grant bliss.
आओ  प्यारे  नयन  हमारे  
साईं  हमारे  आओ
तुम  बिन  कोई  नहीं  रखवाले
तुम  बिन  कौन  सहारे  (बाबा)
आओ  साईं  प्यारे
साईं  हमारे  आओ  


Please come our beloved Lord Sai! You are as precious
as our eyes. Without You, there is no one to
protect us. Who but You can support us, O Beloved Sai?




आओ  साईं  नारायण  दर्शन  दीजो
तुम  हो  जगत  विधाता
तुम्ही  हो  ब्रह्मा  तुम्ही  हो  विष्णु
तुम्ही  हो  शंकर  रूप
तुम्ही  हो  राम  तुम्ही  हो  कृष्ण
तुम्ही  हो  विश्व  विधाता


Welcome Sai Narayana, Creator of the Universe.
Grant us your Darshan. You are none other than Lord Rama,
Krishna, Vishnu, Brahma and Shankara.

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श्री साईं सच्चरित्र संदेश,

 "गुरु के शब्दों मे विशवास कर उन्हें सर्वसंकल्प का आसन अर्पण करें और उनके पूजन का संकल्प करके समस्त इच्छाओं का त्याग करें"I 

श्री साई सच्चरित्र



श्री साई सच्चरित्र

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श्री साई सच्चरित्र अध्याय 1

श्री साई सच्चरित्र अध्याय 2


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Sai Aartian साईं आरतीयाँ