Tuesday, August 14, 2012

Sandesh

(श्री साई सच्चरित्र)
हम समस्त प्राणियों में ईशवर का ही दर्शन करें और नामस्मरण की रसानुभूति करते हुए उनके मोहविनाशक चरणों की अनन्य भाव से सेवा करते रहें I यही हमारी आकांक्षा है I
May our desire to serve him be abundant. Let our devotion be exclusively at his feet. May we see God in all beings and ever love his name.
(Clause 8 Adhaya 37, Sai Sachitra Dr R,N,Kakriya)

श्री साई सच्चरित्र



श्री साई सच्चरित्र

आओ मिलकर पढ़ें और साथ जुड़ें !

श्री साई सच्चरित्र अध्याय 1

श्री साई सच्चरित्र अध्याय 2


आओ मिलकर पढ़ें और साथ जुड़ें !

Sai Aartian साईं आरतीयाँ