Sunday, August 12, 2012

Sandesh

(श्री साई सच्चरित्र)
जब स्वानंदघन साईं का स्मरण किया जाता है, प्रति दिन उनके नाम का जप किया जाता है तो किसी अन्य प्रकार के जप-तप-साधन, कठोर ध्यान की आवश्यकता नहीं पड़ती I 
Remembering Sai, the cloud of Self bliss, chanting his name daily it is not necessary to practice any other means of prayers and penance or any other ways of meditation. 
(Clause 221 Adhaya 35, Sai Sachitra Dr R,N,Kakriya)

श्री साई सच्चरित्र



श्री साई सच्चरित्र

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श्री साई सच्चरित्र अध्याय 1

श्री साई सच्चरित्र अध्याय 2


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Sai Aartian साईं आरतीयाँ