Wednesday, August 24, 2011

साईं वचन

"धन की तृष्णा से छुटकारा अति कठिन है,यह दू:खों और कष्टों के गहरे व अंधकारपूर्ण नदी के तल के समान है जो भंवर से परिपूर्ण है, जिसमे अहंकार और इर्ष्या रुपी मगरों का वास है, जिनसे  युद्ध कर पाना बहुत कठिन है I जो निरिच्छ (इच्छारहित) होगा केवल वही यह भवसागर पार कर सकता है" I           
The greed for money is very difficult. It is a deep whirlpool of pain, full of crocodiles in the form of conceit and jealousy. Only a desire less person can swim across these difficult waters.

श्री साई सच्चरित्र



श्री साई सच्चरित्र

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श्री साई सच्चरित्र अध्याय 1

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Sai Aartian साईं आरतीयाँ