Tuesday, May 11, 2010

श्री साईं सच्चरित्र संदेश

यह मेरा वेशिष्ट्ये है की जो भक्त मेरी शरण आकर एकचित्त होकर मेरी पूजा करते है और मन मे श्रद्धा भाव से मेरी सेवा करते है, में सदेव उनकी रक्षा करता हूँ और उनके कल्याणार्थ में सदेव चिंतित रहता हूँ I

(CI 34 Adhaya 06 Sai Sachitra Dr R.N.Kakria )

श्री साई सच्चरित्र



श्री साई सच्चरित्र

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श्री साई सच्चरित्र अध्याय 1

श्री साई सच्चरित्र अध्याय 2


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Sai Aartian साईं आरतीयाँ