Monday, May 24, 2010

श्री साईं सच्चरित्र संदेश

जिसे अद्वेत अवस्था के ज्ञान की प्राप्ति हो गई हैं; यानि जिसे यह ज्ञान हो गया है की ब्रह्म और गुरु एक हैं और जो इस भाव से उपासना करता है, वह सुगमता से माया पर विजय प्राप्त कर लेता है I
(CI 65 Adhaya 08 Sai Sachitra Dr R.N.Kakria)

श्री साई सच्चरित्र



श्री साई सच्चरित्र

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श्री साई सच्चरित्र अध्याय 1

श्री साई सच्चरित्र अध्याय 2


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Sai Aartian साईं आरतीयाँ