ॐ साईं राम
जब विषय-पदार्थो के प्रति आसकित को त्याग दोगे और अपने व दूसरों में भेद-भाव को सर्वथा अयोग्य मानोगे; तब में तुम्हें सोभाग्यशाली मानूँगा I
When you abandon all worldly pleasures, consider duality as improper, then I will consider you fortunate.