*** सच्चा साईं अराध्या,सच्चे के गुण गाये |******
***घट घट वासी पारब्रह्म,जान लियो मन मांहे ||***
एकै ने सब खेल रचाया |
जो दीखे वो सब है माया ||
सर्व घटा एको आकाश |
सब घटा में जिसका प्रकाश ||
एको एक एक भगवान |
दो को सद ही माया जान ||
बाहर भरम भुले संसार |
अंदर आत्म साईं अपार ||
जा को आप चाहें भगवन्त |
सोई जाने साईं अनन्त ||