Wednesday, April 11, 2012

दुसरो के प्रति भलाई करने से आप न केवल अपने पापों को नष्ट करते है बल्कि अपने भीतर शमाशिलता, धेर्य आदि गुणों को भी विकसित करने से आप बाबा के अधिक निकट हो जाते है ! लोगो से कभी भी कोई अपेक्षा (उम्मीद) मत रखिये क्युकी इससे आपको केवल दुःख और निराशा ही मिलेगी आपको जो भी अपेक्षा (उम्मीद) करनी है वो बाबा से ही कीजिये क्योकि उपयुक्त समय आने पर आपको बाबा की कृपा अवश्य प्राप्त होगी ! हमे बाबा से हमेशा ये प्रार्थना करनी चाहिए की बाबा आप हमेशा हमे सही मार्ग पर चलाना और सही दिशा दिखाना, हमारे कर्मो की पूँजी हमारे भविष्य में हमारी सहायता के लिए संचित है ! दुसरो की सहायता करने के भाव को हमें कभी नहीं भूलना चाहिए!

श्री साई सच्चरित्र



श्री साई सच्चरित्र

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श्री साई सच्चरित्र अध्याय 1

श्री साई सच्चरित्र अध्याय 2


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Sai Aartian साईं आरतीयाँ