"संत की संगत में बिताया एक क्षण भी चंचल मन को शान्त व स्थिर कर देता है और उसे तुरंत हरी-चरणों से जोड़ देता है और उसके बाद वहाँ से वापस मुड़ना कठिन हो जाता है" I
If one is able to get the company of a Saint, even for a movement, the wayward mind becomes steady and immediately settles at the feet of the God where it is difficult to turn back.
"ॐ साईं श्री साईं जय जय साईं"