Sunday, November 20, 2011

संत की संगत

"संत की संगत में बिताया एक क्षण भी चंचल मन को शान्त व स्थिर कर देता है और उसे तुरंत हरी-चरणों से जोड़ देता है और उसके बाद वहाँ से वापस मुड़ना कठिन हो जाता है" I   
If one is able to get the company of a Saint, even for a movement, the wayward mind becomes steady and immediately settles  at the feet of the God where it is difficult to turn back.
"ॐ साईं श्री साईं जय जय साईं"

श्री साई सच्चरित्र



श्री साई सच्चरित्र

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श्री साई सच्चरित्र अध्याय 1

श्री साई सच्चरित्र अध्याय 2


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Sai Aartian साईं आरतीयाँ