Saturday, November 19, 2011

आत्मा के गुण

आत्मा के गुण देह, ज्ञानेन्द्रियों, मन, प्राण से विलक्षण हैं I वह स्वयं ज्योतित शुद्ध चेतन्य, विकारहीन और निराकृति है I        
The Atman is unique. It is separate from the body, the sense organs, the mind and prana. It is self illumined, pure consciousness, not subject to change and without form.    

श्री साई सच्चरित्र



श्री साई सच्चरित्र

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श्री साई सच्चरित्र अध्याय 1

श्री साई सच्चरित्र अध्याय 2


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