Saturday, July 23, 2011

Sai Sandesh

 ॐ साईं राम,
"जाके सिर गुरु ज्ञान है,सोई तरत भव माहि |
गुरु बिन जानो जंतु को,कबहु मुक्ति सुख नाहि ||

"क्या पोथी और धार्मिक ग्रन्थों में ब्रह्म के विषय में दिए गये वर्णन में कोई कमी है ?
लेकिन जब तक सदगुरु कृपा नहीं करेंगें,
तब तक चाहे कोई कितना ही कठोर प्रयत्नं क्यों न कर ले,
सृष्टि के अंत तक भी वह कभी ब्रह्म को प्राप्त नहीं कर सकता" I

 

श्री साई सच्चरित्र



श्री साई सच्चरित्र

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श्री साई सच्चरित्र अध्याय 1

श्री साई सच्चरित्र अध्याय 2


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Sai Aartian साईं आरतीयाँ