राम नाम की महिमा
कुछ लोग संसारी इच्छाओं की पूर्ति के लिए राम नाम लेते हैं। उनकी वासनाओं की तो पूर्ति अवश्य हो जाती है परंतु पूर्व के संचित कर्मों की मैल मन पर से साफ नहीं होती । जब किसी साधक के मन मे कोई सांसारिक वासना उठ जाती है तो जितना राम नाम उसने लिया होता है वह उस वासना की पूर्ति में चला जाता है और वह अध्यात्म में आगे नहीं बढ़ पाता।