You have the power to act only--
you do not have the power to influence the result--
...therefore you must act without the anticipation of the result--
without succumbing to inaction.
Shirdi Sai
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Monday, August 2, 2010
श्री साई सच्चरित्र
श्री साई सच्चरित्र
आओ मिलकर पढ़ें और साथ जुड़ें !
श्री साई सच्चरित्र अध्याय 1
आओ मिलकर पढ़ें और साथ जुड़ें !