यह हमारे गत जन्मो के शुभ कर्मो का ही फल है की हमे साईं महाराज के पावन चरणों की प्राप्ति हुई है I जन्म मरण के चक्कर में ठहराव आ गया है; और संसार का भय पूर्णत: नष्ट हो गया है I
"By my good deeds of many previous lives, I have enjoyed myself to the feet of Sai Maharaj. The cycle of birth and death has come to a stand still and the fear of Life has disappeared."
Shirdi Sai
Pages
Monday, August 23, 2010
श्री साई सच्चरित्र
श्री साई सच्चरित्र
आओ मिलकर पढ़ें और साथ जुड़ें !
श्री साई सच्चरित्र अध्याय 1
आओ मिलकर पढ़ें और साथ जुड़ें !