Wednesday, June 2, 2010

श्री साईं सच्चरित्र संदेश

ऐसे मानव शरीर में  समय संतो की कथाओ का श्रवण करने मे उनका स्मरण कर श्रेष्ठ गुण प्राप्त करने मे लगाया जाता है, केवल वही समय का सदुपयोग कहा जाता है I वाकी का समय तो व्यर्थ ही गवांया जाता है I
(CI 27 Adhaya 08 Sai Sachitra Dr R.N.Kakria)

श्री साई सच्चरित्र



श्री साई सच्चरित्र

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श्री साई सच्चरित्र अध्याय 1

श्री साई सच्चरित्र अध्याय 2


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Sai Aartian साईं आरतीयाँ