Wednesday, November 24, 2010

Sri Paramahansa Yogananda

जब आप अपनी खुशी के बारे में सोचते हैंदूसरों को खुशियां देने के विषय में भी सोचेंइसका अर्थ यह नहीं है कि आप् संसार के लिए सब कुछ छोड देंयह असंभव है|लेकिन तुम्हें दूसरों के लिए सोचना अवश्य चाहिए|

श्री साई सच्चरित्र



श्री साई सच्चरित्र

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श्री साई सच्चरित्र अध्याय 1

श्री साई सच्चरित्र अध्याय 2


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Sai Aartian साईं आरतीयाँ