आप बाबा के लिए चाहे कुछ भी भेजें और चाहे किसी के हाथ भेजें, बशर्ते की वह श्रद्धा और प्रेम भाव के साथ भेजा गया हो, बाबा निश्चित रूप से भेंट देने वाले के भूल जाने पर भी उसे याद दिलवाकर उससे वह छोटी सी भेंट भी प्राप्त कर लेते थे I
(CI 66 Adhaya 09 Sai Sachitra Dr R.N.Kakria)
Shirdi Sai
Pages
Friday, June 18, 2010
श्री साई सच्चरित्र
श्री साई सच्चरित्र
आओ मिलकर पढ़ें और साथ जुड़ें !
श्री साई सच्चरित्र अध्याय 1
आओ मिलकर पढ़ें और साथ जुड़ें !