Monday, June 7, 2010

श्री साईं सच्चरित्र संदेश

शरीर की इन्द्रिया -मन -बुद्धि इन सभी की अपनी सीमाएं है, जिनके लिए आत्मा एक विषय है I आत्मा स्वयं अनादी और अभोक्ता होते हुए भी, इनके कारण कष्ट भोगती है जो कर्मो के फलस्वरूप उत्त्पन्न होते है I
(CI 73 Adhaya 08 Sai Sachitra Dr R.N.Kakria)

श्री साई सच्चरित्र



श्री साई सच्चरित्र

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श्री साई सच्चरित्र अध्याय 1

श्री साई सच्चरित्र अध्याय 2


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Sai Aartian साईं आरतीयाँ