दुःख में चीखना चिल्लाना प्रभु के विधान में असंतोष व्यक्त करना है ! भक्त्ति मार्ग में स्थित भक्त्त तो प्रत्येक स्थिति में प्रभु इच्छा मान कर संतुष्ट रहता है !
प्रभु से कभी कुछ मांगो मत !
Shirdi Sai
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Tuesday, July 6, 2010
श्री साई सच्चरित्र
श्री साई सच्चरित्र
आओ मिलकर पढ़ें और साथ जुड़ें !
श्री साई सच्चरित्र अध्याय 1
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