ॐ साईं राम,
"जिनके ह्रदय बसहु तुम बाबा,उनको कोऊ दुःख ना व्यापा"
श्री साईं सच्चचरित्र सन्देश
"इस जगत में ऐसे महामति संत बिरले ही हैं I जिन्होनें ब्रह्मिस्थिति प्राप्त कर ली है और फिर वे दुसरो के आध्यात्मिक कल्याणार्थ स्वयं कष्ट सहन करते हैं" I
Such great Saint are rare in this world who after attaining Self realisation strive for the good of the people.
साईं कृपा हम सब पर बनी रहे |