"आत्म ज्ञान को प्राप्त करने के लिए, मन को धीरे धीरे विषय- वासनाओं से दूर करना चाहिए और वास्तविक स्वरूप (यानि आत्मरूप) पर स्थिर करना चाहिए" I
The mind should be slowly and gradually turned back from sense objects and should be made to concentrate on the Atman. Knowledge of the Atman will thus be acquired.
ॐ साईं राम