ॐ साईं राम
श्री साई सच्चरित्र संदेश
"जब ज्ञान का उधेश्य "श्रेय" हो, तब नि:संशय वह विद्या होती है I जब विषय केवल "प्रेय" (यानि भोतिक) हो, तब उसे अविद्या कहते हैं" I
The 'good' or the well-being is the subject matter of knowledge undoubtedly; and where the only pleasant is the subject matter, it is definitely ignorance.
(Clause 35 Adhaya 37, Sai Sachitra Dr R,N,Kakriya)